Posts

Showing posts from September, 2017

घृणा दूसरे धर्म की कुप्रथा से है या दूसरे धर्म से?

Image
ईद ओर दीवाली दो ऐंसे त्योहार हैं जो हिंदुस्तान में किसी एक धर्म की जागीर नही रह गए हैं बल्कि अब यह त्योहार हमारे देश की संस्कृति का हिस्सा हैं । इन त्योहारों से भारत का हर व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है मीठी ईद में सेवइयों का इंतज़ार ओर बकरीद में मटन का इंतज़ार मुसलमानों से ज़्यादा अन्य धर्म के लोगो को करते हुए  देखा है मेने , यही तो एक खास बात है  जिसके कारण आज भी हम अनेक होकर भी एक हैं  । अब बात करते हैं कुर्बानी की ... भारत एक हिन्दू बहुसंख्यक देश है ,हिंदुओं की कुछ जातियों ,कुछ मान्यताओं में मांस का सेवन पाप माना गया है पर यदि वर्तमान की बात की जाए तो कई हिंदुओं ने मांस का सेवन करना शुरू कर दिया है यहां तक कि कई ऐंसी जाती के लोगों ने भी जिनका हिन्दू धर्म में एक ऊंचा स्तर है उदाहरण के तौर पर ब्राह्मण ( जातियों का जिक्र इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि वर्तमान में भी जाति व्यवस्था खत्म नही हुई है , कृपया यह न समझें कि में जातिवाद का समर्थक हूँ) ओर भी कई ऐंसी जाती के लोगों ने मांस खाना शुरू किया है जहाँ मांस पूरी तरहां प्रतिबंधित था । जब अधिकतम हिंदुओं ने मांस खाना शुरू क